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हमारे किसान
अपने पशुओं को अनेक वस्तुएं खिलाते हैं इसके चलते उनकी लागत बढ़ जाती है।
उन्हें
यदि सही मात्रा में पशु पालन से लाभ अजिर्त करना है तो पशुओं को संतुलित आहार
दिया
जाना आवश्यक है। पशु को आहार उसके शरीर के भार एवं दुग्ध उत्पादन के आधार
पर देना
चाहिए। इसमें काबरेहाइड्रेट, विटामिन, खनिज लवण आदि
सभी तत्व होने चाहिए।
चारा-
इसके अन्तर्गत हरा चारा एवं भूसा शामिल हैं।
इनमें रेशे की मात्रा 18 प्रतिशत होती
है। जिन
हरे चारों में नमी 75 प्रतिशत से अधिक होती है वह रसीले चारे की श्रेणी में आते हैं। इनमें
बरशीम, लोबिया, ज्वार, मक्का, घास, जई, दूबघास शामिल
हैं। सूखे चारे में मुख्यत: भूसा व पुआल
आते हैं। इन्हें हरे चारे में 7-8 किलोग्राम की दर से मिलाकर खिलाना चाहिए।
दाने में अनाज
की मात्रा 45 प्रतिशत, खली 30, चोकर 22, खनिज लवण 2 व नमक 1 प्रतिशत
मिलाकर मिश्रण तैयार कर लेना चाहिए। खनिज लवण चारे में बेहद कम होते हैं। पशुओं
में
इनकी आवश्यक्ता भी कार्बाेहाइड्रेट एवं प्रोटीन के मुकाबले बहुत कम होती है
लेकिन आवश्यक
शारीरिक क्रियाओं के लिए इनका होना आवश्यक है।
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Source –
KalpatruExpress News Papper
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OnlineEducationalSite.Com
शनिवार, 26 अप्रैल 2014
बनाएं संतुलित पशु आहार
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