यदि
आप अपने कार्यस्थल में आगे बढ़ना चाहती हैं तो अपने लिए निर्धारित कार्य को
ईमानदारी से पूरा करें। साथ ही अपने कार्यक्षेत्र से संबंधित नवीनतम बातों को
जानने की कोशिश करें।
सोच समझकर बोलें
कार्यस्थल
में कुछ भी कहने से पहले दस बार सोचें। यह तो कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि मुंह
से निकली बात और कमान से निकला तीर कभी वापस नहीं आते। यदि कोई बात आपके काम और
व्यक्तित्व पर प्रभाव नहीं डाल रही तो उसे अनदेखा करिए। ध्यान रखिए कई बार सही बात
भी ढंग से न कहने पर विपरीत असर डालती है। बहुत बार आपसी मतभेद बात करने से ही हल
हो जाते हैं।
जरूरी है आत्मविश्वास
सफलता
का सबसे जरूरी मूलमंत्र है अपने भीतर आत्मविश्वास लाएं। जहां तक हो सके हीनभावना
से बचें। स्वयं पर विश्वास होने पर व्यक्ति कठिन से कठिन कार्य भी सहजता से कर
लेता है। वहीं आत्मविश्वास न होने पर योग्यता होते हुए भी इंसान पीछे रह जाता है।
आत्मविश्वास केवल चेहरे और व्यक्तित्व पर ही नहीं, बल्कि बोलचाल
पर भी साफ नजर आता है। दृढ़ विश्वास से असंभव को भी संभव किया जा सकता है।
जलन खत्म करें
कुछ
गुण स्त्रियों में जन्मजात होते हैं। लोगों के काम, उनके गुणों तथा
उनकी उन्नति से वे जल्दी प्रभावित होती हैं, लेकिन यदि यह
प्रभाव सकारात्मक न होकर नकारात्मक हो जाए तो नुकसान भी पहुंचाता है। यदि कोई अपनी
मेहनत और लगन से तरक्की कर रहा है तो उसके बारे में इधर-उधर की चर्चा करने के बजाय
यह सोचें कि उसमें कुछ न कुछ खास गुण है। आप अपनी मेहनत से कम समय में अच्छी पहचान
बना सकती हैं। एकनिष्ठता व एकाग्रता ऐसे गुण हैं, जो आपको
अन्य सहकर्मियों से अलग पहचान देंगे। इसलिए दूसरों से जलने के बजाय उनकी कार्यशैली
और व्यवहार को समझने की कोशिश करें।
प्रोफेशनल बनें
अपने
काम के प्रति प्रोफेशनल बनें। जब तक ऑफिस में रहें तो ऑफिस की ही होकर रहें अर्थात
इस दौरान घर-परिवार की चिंता न करें। इसी प्रकार जब घर में हों तो ऑफिस की चिंता
भूलकर घर-परिवार के प्रति समर्पित रहें। ऐसा करके देखिए आपको बहुत संतुष्टि
मिलेगी। साथ ही इसका फायदा दोनों जगह मिलेगा। इसी प्रकार ऑफिस के संबंधों को भी
व्यक्तिगत संबंधों से दूर रखें।
तनाव से दूर रहें
हर
काम और जिम्मेदारी को तनावपूर्ण ढंग से लेने की आदत गलत है। इसका सीधा असर आपके
काम के साथ पूरे व्यक्तित्व पर प्रभाव डालता है। इसलिए काम के प्रति अपनी
जिम्मेदारी को समझें न कि उसे बोझ समझकर खुद भी तनावग्रस्त रहें और आसपास के माहौल
को तनाव से भर दें। तनाव में रहकर किए गए काम कभी भी सही परिणाम नहीं देते हैं।
काम को बोझ की तरह न समझें, बल्कि हर काम की शुरुआत सकारात्मक रवैये से करें।
नेटवर्किग का महत्व
अाज
की हाई स्पीड दुनिया में नेटवर्किंग का महत्व काफी बढ़ चुका है। निजी व व्यावसायिक
क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए नेटवर्किग के महत्व को स्वीकार करना ही पड़ेगा।
कॅरियर से संबंधित सूचनाओं को जानने के लिए इंटरनेट एक बेहतर माध्यम है। इसके
अलावा आप अपने स्तर से भी महत्वपूर्ण जानकारियां हासिल कर सकती हैं। जैसे आप जिस
कार्यक्षेत्र के बारे में जानकारी हासिल करना चाहती हैं, उससे संबद्ध किसी अनुभवी व्यक्ति से बात करें और उनके विचारों को समझने का
प्रयास करें। इस तरह आप अपने कॅरियर से संबंधित अपने स्तर से जो पड़ताल करेंगी,
उससे आप जीवन में अपने लक्ष्यों को हासिल कर सकेंगी।
सपने देखें और पूरे करें
कॅरियर
को ऊंचाइयों पर ले जाने के संदर्भ में सपने देखना ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि इन सपनों को साकार करने के लिए लगातार प्रयास करना भी जरूरी है।
सपनों को साकार करने की दिशा में जो भी कठिनाइयां सामने आएं, उन कठिनाइयों से भी जूझने का माद्दा आपमें होना चाहिए। अगर आप जिंदगी के
शुरुआती दौर में साहस के साथ कोई पहल करती हैं तो फिर यह तय मानें कि आपके हाथ से
कोई अवसर निकलने वाला नहीं है और न ही बाद की जिंदगी में आपको कोई पछतावा होगा।
प्रियजनों का महत्व
कॅरियर
में आगे बढ़ने के लिए हमें अपने परिजनों, दोस्तों व प्रियजनों
का सहयोग भी चाहिए। प्रियजनों से हमें सुरक्षा कवच प्राप्त होता है। लोगों के बीच
रहकर असुरक्षाबोध कम होता है। इसलिए परिवार के सदस्यों के लिए वक्त जरूर निकालें।
उनके बीच घुलें-मिलें। अपनी दिनचर्या में प्राथमिकता के आधार पर एक वक्त सुनिश्चित
करें, जिस दौरान आपको परिजनों व प्रियजनों के मध्य वक्त
गुजारना है। अपनी खूबियों और खामियों का आकलन अगर आपके परिजन व प्रियजन करते हैं
तो यह बात आपके व्यक्तित्व विकास के लिए बेहतर रहेगी। इस संदर्भ में चार्ल्स डिकेन्स
का कथन गौरतलब है, उन लोगों के लिए अपने होंठों पर ताला न
लगाएं, जिनके लिए आपने अपने दिल के दरवाजे खोल रखे हैं।
Courtesy- www.jagran.com
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