बुधवार, 25 जून 2014

भैंसों के अच्छे पोषण का रखें ध्यान



भारत में भैंसों की अधिक दूध देने वाली सभी नस्लें पाई जाती हैं। इनमें मुर्रा, नीली-रावी
जाफराबादी, पंढापुरी, मेहसाना एवं सुरती प्रमुख हैं। दूध के साथ घी की अधिक मात्रा के चलते 
इनकी तादात दिनोंदिन बढ़ रही है। भैंस पालन को लाभकारी बनाने के लिए संतुलित पशु आहार 
को बनाए रखना विशेष महत्वपूर्ण है। नवजात शिशु- को जन्म के आधे घण्टे के बाद ही मां का 
खीस (कोलोस्ट्रम) पिला देना चाहिए। दैनिक रूप से इसकी दो से तीन लीटर तक मात्रा बच्चे को 
पिलानी चाहिए।
यदि यह किन्हीं कारणों से संभव नहीं हो तो दो अण्डों के साथ 30 मिलीलीटर अरण्डी का तेल 
मिलाकर पिलाना चाहिए।
चार दिन तक खीस पिलाने के बाद सात दिन तक बच्चे के भार के 10 वें हिस्से के बराबर करीब 
तीन किलोग्राम प्रतिदिन के हिसाब से देना चाहिए। एक हफ्ते बाद से हरा चारा और राशन की 
थोड़ी मात्रा देनी शुरू करनी चाहिए। 75 दिन तक दिन में कमसे कम डेढ़ से दो लीटर दूध प्रतिदिन
 देना चाहिए। बाकी दाना 100 ग्राम प्रतिदिन से शुरू कर सवा किलोग्राम प्रतिदिन की दर से 
75 दिन के बच्चे को देना चाहिए।
तीन से छह माह: की अवस्था तक बच्चे का भार करीब 60 किलोग्राम हो जाता है। इस अवस्था 
में 7 किलोग्राम अदलहनी हरा चारा, 2 किलोग्राम दलहनी चारा, 1 किलोग्राम दाना(रातिब) एवं गेहूं 
का भूसा इच्छानुसान देना चाहिए।
छह माह से वयस्क: होने तक 12 प्रतिशत क्रूड प्रोटीन, 60 प्रतिशत सम्पूर्ण पाच्य पोषक तत्वों 
वाला राशन देना चाहिए। इस अवस्था में अच्छे पोषण के लिए रातिब बनाने के लिए मक्का 
30 किलोग्राम, मूंगफली खल 30 केजी., खनिज लवण 2 केजी. एवं समान्य नमक की 1 केजी. मात्रा 
को मिलाकर डेढ़ से तीन किलोग्राम प्रतिदिन के हिसाब से देना चाहिए।
बच्चों को वैज्ञानिक विधि से दाना-चारा दिया जाए तो 17 से 21 महीने में 270 से 300 किलोग्राम 
शारीरिक भार ग्रहण करने तक पशु तरुण अवस्था में आ जाएगा।
गर्भावस्था का पोषण: गर्भावस्था के प्रारंभ में भैंस को जीवन निर्वाह वाले आहार पर रखना चाहिए। इस अवस्था के आखिरी तीन माह में 30 किलोग्राह हरा चारा, 2 किलोग्राम रातिब मिश्रण जिसमें 20 प्रतिशत क्रूड 
 प्रोटीन एवं 70 प्रतिशत सम्पूर्ण पाच्य पोषकतत्व वाला दाना प्रति दिन के हिसाब से देना चाहिए। 
भूसा इच्छानुसार देना चाहिए। गर्भावस्था के आखिरी दो सप्ताह से बच्चे के जन्म तक पशु को 
एक से डेढ़ किलोग्राम प्रतिदिन के हिसाब से अतिरिक्त दाना देना चाहिए।
दुधारू भैंस का पोषण: 450 किलोग्राम वजन वाली भैंस को जो 10 लीटर दूध दे रही हो उसे 
5 किलोग्राम रतिब मिश्रण, 7 किलोग्राम भूसा, 20 किलोग्राम दलहनी चारा, 40 किलोग्राम अनाज 
वाली फसलों का चारा प्रति दिन दें।
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Source – KalpatruExpress News Papper














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