पिछले साल किस रैंकिंग तक
मिला कौन-सा कॉलेज
मेडिकल फील्ड में करियर की
ऊंचाइयां छूने की तमन्ना रखने वाले कैंडिडेट्स सीपीएमटी की तैयारियों
में बिजी हैं। एग्जाम के बाद रिजल्ट आते ही जेहन में पहला सवाल यही
उठता है कि रैंकिंग के लिहाज से कौन-सा कॉलेज मिलेगा। ऐसे में पिछले
साल की कट-ऑफ भी पता होना बेहद जरूरी है।
जानिये पिछले साल
कैटेगरीवाइज किस रैंक पर कौन-सा कॉलेज अलॉट हुआ..
आयुर्वेद : बीएएमएस
1-
6367 रैंक
वाले जनरल अभ्यर्थियों को पसंदीदा कॉलेज मिले
2-
8897 रैंक
वाले ओबीसी अभ्यर्थियों को मनपसंद कॉलेज मिले
3-
12915 रैंक
तक के एससी अभ्यर्थियों को मनचाहे कॉलेज मिले
होम्योपैथी : बीएचएमएस
पिछले साल ओपन कैटेगरी के
अभ्यर्थियों को 12482 पर ही रोक दिया गया था।
मेरिट में 14390वीं रैंक के ओबीसी और 18580वीं रैंक के एससी अभ्यर्थियों को दाखिला मिला
था।
यूनानी : बीयूएमएस
ओपन कैटेगरी में 10102वीं, ओबीसी में 11119वीं रैंक तक वालों को दाखिला मिला।
रोक नहीं..अब ले सकते हैं
एमबीबीएस में दाखिला
आयुर्वेद, होम्योपैथी या यूनानी में दाखिला ले चुके छात्र
दोबारा सीपीएमटी देकर एमबीबीएस करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं। हालांकि, 2008 में प्रदेश सरकार ने इस पर रोक लगा दी थी। अब
यह बाध्यता खत्म हो चुकी है।
प्राइवेट में भी हैं बेहतर
ऑप्शन
सरकारी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन
नहीं मिला तो निराश होने की जरूरत नहीं। प्रदेश के कई प्राइवेट मेडिकल
कॉलेज भी एमबीबीएस के लिये बेहतर ऑप्शन हो सकते हैं। हालांकि, इनमें दाखिले से पहले कॉलेज के बारे में पूरी
जानकारी मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया की वेबसाइट से लेना जरूरी है।
कॉलेज सीट
1-
करियर इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ 100
2-
हिन्द इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ 100
3-
मेजर एसडी सिंह मेडिकल कॉलेज, फरुखाबाद 100
4-
मेयो इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल साइंस, लखनऊ 150
5-
मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज, मुजफ्फरनगर 100
6-
नेताजी सुभाष चंद्र बोस सुभारती
मेडिकल कॉलेज, मेरठ 100
7-
रामा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड
रिसर्च सेंटर, गाजियाबाद 150
8-
रामा मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एंड
रिसर्च सेंटर, कानपुर 100
9-
रूहेलखंड मेडिकल कॉलेज, बरेली 100
10-
सरस्वती इंस्टीटय़ूट ऑफ मेडिकल
साइंसेज, गाजियाबाद 100
11-
शारदा यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिकल
साइंस एंड रिसर्च, नोएडा 100
12-
श्री राम मूर्ति स्मारक इंस्टीटय़ूट
ऑफ मेडिकल साइंस, बरेली 100
एम्स से बेहतर केजीएमयू
सबसे ज्यादा मांग लखनऊ की
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की रहती है। हाल यह है कि देश में खुले
छह नए एम्स के बजाय कैंडिडेट यहां दाखिला लेना पसंद करते हैं। पिछले
साल लखीमपुर की शैली बाथम का सलेक्शन एम्स और सीपीएमटी दोनों में हुआ, लेकिन शैली ने एम्स के बजाय केजीएमयू को तरजीह
दी।
काउंसलिंग से पहले रखें
ध्यान
सीपीएमटी काउंसलिंग में जाने से
पहले टीसी और सभी सर्टिफिकेट की ओरिजनल और फोटोकॉपी जरूर साथ रख लें।
आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी दो सप्ताह पहले जाति और आय प्रमाण-पत्र
बनवा लें, क्योंकि आखिरी समय प्रमाण-पत्र बनने में दिक्कत
आ सकती है। इनकम सर्टिफिकेट अभ्यर्थी के पिता के नाम से होना चाहिए।
सारी तैयारियों के साथ ही काउंसलिंग के लिये जाएं।
इंस्टिट्यूट जनरल ओबीसी
एससी केजीएमयू, लखनऊ 155 316 3060 जीएसवीएम
मेडिकल कॉलेज, कानपुर 419 445 3674 एमएलएन
मेडिकल कॉलेज, इलाहाबाद 508 597 4270 एलएलआरएम
मेडिकल कॉलेज, मेरठ 535 756 4270
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