बुधवार, 23 जुलाई 2014

How friendship saved a life



inspirational hindi friendship story
Inspirational Hindi Story
रोहन एक बार school से अपने घर जा रहा था. तभी उसने देखा की उसके आगे चल रहे लड़के ने बहुत सारी चीज़े उठा रखी है. और अचानक उसके हाथ से सारी किताबे, एक baseball बैट, एक tape recorder, और कुछ और चीज़े गिर गयी.
रोहन ने आगे बढ़ते हुए, उस लड़के की मदद की.
उसे पता चला की वो लड़का भी उसी रास्ते पर जा रहा है. जहाँ रोहन जा रहा था. और उस लड़के का नाम राम था.
दोनों में आपस में बातें शुरू हो गयी. रोहन ने राम का आधा सामान अपने पास ले रखा था. और वो दोनों धीरे धीरे चले जा रहे थे. तभी राम का घर आ गया. उसने रोहन को अपने घर पर invite किया.
उन दोनों में अब अच्छी बोल चाल हो गयी थी. बैठे बैठे दोनों ने एक coke की बड़ी बोतल ख़तम कर दी. राम ने बताया उसका उसकी gf के साथ break up हो गया है. कुछ और बातें करने के बाद. और थोडा अच्छा वक़्त साथ गुज़ार कर रोहन अपने घर चला गया.
फिर वो दोनों रोज ही मिलने लगे. उनमे अच्छी दोस्ती हो गयी.
college
भी दोनों ने एक join कर लिया. पर college में अलग अलग subjects के कारण उनकी दोस्ती थोड़ी दूर हो गयी.
दूर हुई, पर कमजोर नहीं.
जब college का आखरी साल आया. तो राम ने रोहन से मिलने की इच्छा जताई.
जब वो दोनों बहुत दिनों बाद एक दूसरे से मिले. तो मुस्कुरा दिए.
राम ने थोड़ी देर बैठने के बाद गंभीर होकर पूछा, “क्या तुम्हे वो पहला दिन याद है जब हम मिले थे?”
रोहन ने कहा हाँ बिलकुल, और वो भी उस दिन को शायद अपने मन में दोहराने लगा.
तभी राम ने एक और question रख दिया. क्या तुमने कभी भी सोचा की मैं उस दिन इतनी सारी चीज़े कहा और क्यों ले जा रहा था?” राम ने कहा.
रोहन ने कभी इस पर ध्यान नहीं दिया था. और न ही कभी सोचा था. इसलिए उसने उसे सीधा मन कर दिया.
दरअसल, मैं नहीं चाहता था की मेरे school locker में मेरी चीजों से किसी को परेशानी हो. और न ही ये चाहता था की मेरे घर पर ये पड़ी रहे. मैं उन सब को अपने साथ ले जाना चाहता था. मैं बहुत दुखी था कई दिनों से. मेरा पढने में मन था नहीं. और break-up, घर पर बेवजह के झगड़ो से मैं परेशान हो गया था. मैंने माँ की नींद की गोलियों ले ली थी. उस दिन मैं actually suicide करने जा रहा था. पर जब मेरा सामान गिरा. और तुम मेरी मदद करने आये. तो मुझे बहुत अच्छा लगा. और उस दिन जो तुम्हारे साथ वक़्त बिताया. तो लगा की अगर मैं मर जाता तो ये सब miss कर देता. और शायद आने वाले खुशियों के ऐसे बहुत से पल.
उस दिन तुमने सिर्फ मेरी किताबे उठाने में मेरी मदद नहीं की थी दोस्त. तुमने मेरी जिंदगी भी बचा ली थी..
अनजाने ही रोहन ने राम की इतनी बड़ी मदद कर दी थी. और उसे इस बात का कभी एहसास भी नहीं था.
कहानी का आशय ये है की उन्चाहे ही कई बार हमारा स्वाभाव दूसरों की बहुत मदद कर देता है. अपने इस स्वाभाव को हमेशा संभल कर रखे. और लोगों की सहायता करते रहे.
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Courtesy- Hindisoch.net

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