बॉलिवुड फिल्मों में अपने अभिनय की गहरी छाप छोड़ने वाले अभिनेता संजय दत्त राजनीति के क्षेत्र में भी कदम रखने की चेष्टा कर चुके हैं. गंभीर भूमिकाओं से लेकर हास्य फिल्मों तक अपनी अदाकारी के जौहर बिखेरने वाले संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई, 1959 को मुंबई, महाराष्ट्र में हुआ था. नर्गिस और सुनील दत्त जैसे प्रख्यात फिल्मी हस्तियों के पुत्र संजय दत्त ने हिमाचल प्रदेश के सनावार स्थित लॉरेंस स्कूल से शिक्षा प्राप्त की. वर्ष 1987 में संजय दत्त ने अभिनेत्री रिचा शर्मा से विवाह किया. विवाह के कुछ समय बाद ही रिचा शर्मा का ब्रेन ट्यूमर के कारण निधन हो गया था. संजय दत्त और रिचा की पुत्री त्रिशाला अमेरिका में अपने नाना-नानी के साथ रहती हैं. 1998 में दत्त ने मॉडल रिया पिल्लई से दूसरा विवाह किया लेकिन यह विवाह भी ज्यादा समय तक नहीं चल पाया. 2005 में इन दोनों का तलाक हो गया. इसके 3 साल बाद 2008 में मान्यता नामक महिला से संजय दत्त ने विवाह किया. 2010 में इन दोनों को जुड़वा बेटों की प्राप्ति हुई.
संजय दत्त का फिल्मी सफर
संजय दत्त ने वर्ष 1971 में प्रदर्शित हुई फिल्म रेशमा और शेरा, जिसमें उनके पिता सुनील दत्त ने अभिनय किया था, में बाल कलाकार के रूप में कार्य किया. 1981 में रिलीज हुई फिल्म रॉकी संजय दत्त की पहली ऐसी फिल्म थी जिसमें उन्होंने नायक की भूमिका निभाई थी. 80 के दशक में संजय दत्त ने कई फिल्मों में काम किया जिनमें नाम, विधाता, जीवा, ताकतवर आदि प्रमुख हैं. 1991 में फिल्म साजन और 1993 में आई फिल्म खलनायक के लिए संजय दत्त को फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए नामित किया गया. लेकिन इन्होंने अपना पहला फिल्मफेयर बेस्ट एक्टर अवॉर्डवास्तव (1999) फिल्म के लिए जीता. 2000 में संजय दत्त ने मिशन कश्मीर, जोड़ी नं-1, मुन्ना भाई, कांटे, हथियार, दस, शूटआउट एट लोखंडवाला जैसी बड़ी फिल्मों में अभिनय किया.
फिल्मों में अभिनय करने के अलावा संजय दत्त ने 2011 में प्रदर्शित हुई फिल्म रास्कल्स का निर्माण भी किया है.
संजय दत्त से जुड़े विवाद
वर्ष 1993 में मुंबई धमाकों में संजय दत्त का नाम भी जुड़ा. आतंकवादी गठबंधन और अवैध रूप से हथियार रखने जैसे देश-विरोधी अपराध में संजय दत्त को अप्रैल 1993 में गिरफ्तार किया गया. उन पर आतंकवादी एवं विघटनकारी गतिविधियां अधिनियम (टाडा) के तहत मुकद्दमा चलाया गया. अक्टूबर 1995 में सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत दिए जाने तक उन्होंने सोलह महीने जेल में गुजारे थे. वर्ष 2007 में संजय दत्त पर अवैध हथियार रखने का आरोप साबित होने पर उन्हें 6 वर्ष की सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई. आदेश आते ही संजय दत्त को आर्थर रोड जेल में भेज दिया गया. लेकिन कुछ ही दिनों में सुरक्षा कारणों की वजह से उन्हें पुणे की यरवदा जेल स्थानांतरित किया गया. 20 अगस्त, 2007 को सुप्रीम कोर्ट ने संजय दत्त की अंतरिम जमानत की अर्जी स्वीकार कर ली. 22 अक्टूबर, 2007 को जमानत की अवधि समाप्त होने के बाद वह फिर जेल चले गए लेकिन एक महीने बाद ही दोबारा जमानत पर रिहा हुए.
संजय दत्त का राजनीति में आगमन
जेल से रिहा होने के पश्चात संजय दत्त की नजदीकियां समाजवादी पार्टी से बढ़ने लगीं. वर्ष 2009 के आम-चुनावों से पहले उन्होंने समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने की घोषणा की. लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उन पर चल रहे मुकद्दमों को स्थगित करने से मना कर दिया जिसके परिणामस्वरूप उन्हें अपना नाम वापस लेना पड़ा.
फिल्मों में ही नहीं संजय दत्त छोटे पर्दे पर भी काम कर रहे हैं. संजय दत्त आजकल कलर्स चैनल पर आने वाले कार्यक्रम बिग बॉस की मेजबानी करते दिखाई दे रहे हैं.
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