मंगलवार, 3 मार्च 2015

Svbhav Ki Jindadili Story In Hindi

स्वभाव की जिंदादिली


एक अस्वस्थ व्यक्ति ने डॉक्टर को बुलवाया। उसके घर की लिफ्ट खराब थी, इसलिए डाक्टर को सीढ़ियां चढ़कर पहुंचना पड़ा। वह काफी जोरों से हांफने लगा। जब अस्वस्थ व्यक्ति ने उनकी यह हालत देखी, तो बिस्तर से उठकर उसने डॉक्टर को बैठने के लिए कुर्सी दी और एक गोली उसे देते हुए बोला- 'यह तुम्हें फौरन आराम पहुंचाएगी। तुम गरिष्ठ भोजन फौरन बंद कर दो और साग-सब्जी व फल खाया करो। मैं तुमसे उम्र में करीबन दुगना हूं, फिर भी सौ गुना चुस्त हूं।' डॉक्टर ने मरीज की चुस्ती की तारीफ की।

उस व्यक्ति ने फिर डॉक्टर से पूछा- 'क्या तुम डांस कर सकते हो?' डॉक्टर ने इन्कार कर दिया तो उसने संगीत बजाया और नृत्य भी किया। साथ ही डॉक्टर को सलाह दी- 'रोजाना कम से कम पंद्रह मिनट तक डांस करने से तुम छरहरे और चुस्त हो जाओगे। तुम डॉक्टर मरीजों को हमेशा






ऐसी सलाह देते हो, जो उनके लिए उपयोगी नहीं होतीं। तुम एक डाकिए से घूमने-फिरने को कहते हो, जबकि वह तो घूमने-फिरने में ही लगा रहता है।


मैं जानता हूं कि अब तुम मुझे लिखने के लिए मना करोगे क्योंकि उसमें मेहनत होगी। लेकिन मैं एक लेखक हूं, इसलिए लिखने से ही स्वस्थ रहता हूं। अब तुम यह अनुभवी सलाह देने के लिए मुझे पांच शिलिंग दो।' डॉक्टर ने हंसते हुए कहा- 'ठीक है, आप उन्हें काटकर मुझे दो पौंड दे दीजिए।' कारण पूछने पर डॉक्टर बोले- 'क्योंकि मैंने आपको स्वस्थ कर दिया। मुझे मरीज समझकर आप अपना कष्ट भूल गए।'

स्वभाव की जिंदादिली व्यक्ति को सदैव स्वस्थ व ऊर्जावान बनाए रखती है। डाक्टर का तो पता नहीं, लेकिन इस कहानी के मरीज का नाम है जॉर्ज बर्नार्ड शॉ।
संकलन: लखविंदर सिंह

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