गुरुवार, 9 अप्रैल 2015

The first bi-monthly Policy Statement, 2015-16

पहला द्विमासिक नीति वक्तव्य, 2015-16

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI), ने 7 अप्रैल 2015 को, बैंको के साथ अल्पकालिक नीतिदर (रेपो) 7.50 प्रतिशत अपरिवर्तित रखा| रिजर्व बैंक ने जनवरी से दो बार में रेपो दर में कुल मिला कर 0.50 प्रतिशत की कमी के बाद भी उसका लाभ ग्राहकों तक न पहुंचाने के लिए बैंकों की आलोचना की तथा मुद्रास्फीति के दबावों पर'अधिक विश्वस्प्रद आंकड़ोंका इंतजार करने का फैसला किया गया है।

मौद्रिक और चलनिधि उपाय:
  • वर्तमान और उभरती समष्टि आर्थिक स्थिति के आकलन के आधार पर यह निर्णय लिया गया है कि चलनिधि समायोजन सुविधा (एलएएफ) के अंतर्गत नीतिगत रिपो दर को 7.5प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा जाए
  • अनुसूचित बैंकों के आरक्षित नकदी निधि अनुपात (सीआरआर) को निवल मांग और मीयादी देयताओं के 4.0 प्रतिशत पर बरकरार रखा जाए
  • नीलामियों के माध्‍यम से एलएएफ रिपो दर पर बैंक-वार एनडीटीएल के 0.25 प्रतिशत पर ओवरनाइट रिपो तथा बैंकिंग प्रणाली के एनडीटीएल के 0.75 प्रतिशत तक 7-दिवसीय और14-दिवसीय मीयादी रिपो के अंतर्गत चलनिधि उपलब्‍ध कराना जारी रखा जाएतथा
  • चलनिधि की निर्बाध उपलब्‍धता के लिए दैनिक परिवर्तनीय दर रिपो और प्रतिवर्ती रिपो को जारी रखा जाए।

परिणामस्‍वरूपएलएएफ के अंतर्गत प्रतिवर्ती रिपो दर 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रहेगी तथा सीमांत स्‍थायी सुविधा (एमएसएफ) दर और बैंक दर 8.5 प्रतिशत रहेगी।


भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों से दरें कम करने को कहा:
तीन सप्ताह पूर्व अंतिम औपचारिक दर में कटौती के लाभ अदा करने में बैंक के असमर्थ होने के बाद उन्हें कम ब्याज दरों के लिए उकास्सने के प्रयास में बैंक की चलनिधि में वृद्धि करते हुए, भारतीय रिजर्व बैंक ने 7 अप्रैल 2015 को ब्याज दरों में कोई परिवर्तन नहीं किया

एसबीआईएचडीएफसी बैंकआईसीआईसीआई बैंक ने ब्याज दरों में कटौती कीहोमऑटो लोन सस्ते होंगे:
 रिजर्व बैंक के दबाव के बाद देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक(एस.बी.आई) और निजी बैंक एच.डी.एफ.सी और आई.सी.आई.सी.आई बैंक ने कर्ज पर ब्याज की अपनी आधार दर(बेस रेट) में कटौती की। भारतीय स्टेट बैंक (एस.बी.आई) और निजी बैंक एच.डी.एफ.सी ने 0.15 प्रतिशत की कटौती का इसे 9.85 फीसदी कर दिया है। आई.सी.आई.सी.आई बैंक ने ब्याज दर में 0.25 की कटौती की है।
सम्भव है की अन्य बैंक भी इन बैंक का अनुकरण करें| यह कदम होम और ऑटो लों सहित, व्यवयाय और खुदरा ऋणी को राहत प्रदान करने वाला हो सकता है| 

अंत मेंरिजर्व बैंक अमेरिकी मौद्रिक नीति को सामान्य होने के संकेतो का अध्यन करेगा।

  •     मौद्रिक नीति की 'उदार रुखबनाए रखा जाएगा।
  •     विकास की सम्भावनाओं में धीरे-धीरे सुधार आ रहा है।
  •     2015-16 के लिए उत्पाद वृद्धि 7.8 प्रतिशत होने का अनुमान है।

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