बेहतर रिटर्न देती हैं POST OFFICE की ये 5 स्कीम्स, होगी बड़ी बचत
नई दिल्ली. म्युचुअल फंड और शेयर मार्केट में निवेश के विकल्प होने के बाद भी निवेशक सुरक्षित निवेश को महत्व देते हैं। ऐसे में पोस्ट ऑफिस की स्कीम्स सबसे ज्यादा सुरक्षित मानी जाती हैं। इनमें निवेश करने से न सिर्फ आपको अच्छा रिटर्न मिलता है बल्कि, आपकी बचत भी धीरे-धीरे बढ़ जाती है। हम आपको बता रहे हैं पोस्ट ऑफिस की ऐसी ही 5 स्कीम्स के बारे में, जो आपको बिना जोखिम बेहतर रिटर्न दिलाती हैं।
ये हैं पोस्ट ऑफिस की खास स्कीम्स
सेविंग अकाउंट (SA)
पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट खुलवाने वाले कस्टमर्स को सालाना 4 फीसदी ब्याज मिलता है। 20 रुपए की नकद राशि से कोई भी व्यक्ति डाकघर में सेविंग अकाउंट खोल सकता है। वहीं, आरडी जमा खाते में ब्याज दर 8.4 फीसदी है, जो अप्रैल 2014 से लागू की गई है। इसके अलावा डाकघर में कई तरह के अकाउंट शामिल हैं। आरडी जमा योजना में हर माह जमा आधार न्यूनतम 10 रुपए है। अधिकतम कोई सीमा नहीं है। पांच वर्ष की परिपक्वता अवधि वाली इस योजना पर वार्षिक 8.4 फीसदी ब्याज देय है। अगले पांच वर्ष के लिए उसी ब्याज दर पर बढ़ने की सुविधा उपलब्ध है।
मंथली इनकम स्कीम(MIS)
यदि आप ज्यादा जोखिम वाली निवेश स्कीमों में धन नहीं लगाना चाहते तो एमआईपी यानी मंथली इनकम स्कीम आपके लिए बेहतर विकल्प है। मंथली इनकम स्कीम में कस्टमर को 8.40 प्रतिशत ब्याज मिलता है। ये ब्याज हर वित्तीय वर्ष के हिसाब से बदलता रहता है। मंथली इनकम स्कीम के नाम से ही जाहिर होता है कि इसमें ब्याज की रकम हर महीने दी जाती है। ब्याज की रकम हर महीने आपके बचत खाते में डाल दी जाती है। इससे आपको हर महीने पोस्ट ऑफिस जाने की जरूरत नहीं होती है। एमआईएस की अवधि 6 साल की होती है। स्कीम का लाभ लेने के लिए कस्टमर को मिनिमम 1500 रुपए तक अपने खाते में रखना होता है। जबकि, अधिकतम 4.5 लाख रुपए खाते में रख सकते हैं। हालांकि, ज्वाइंट अकाउंट में इसकी अधिकतम लिमिट 9 लाख रुपए है।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS)
पोस्ट ऑफिस का सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम या पीओएससीएसएस वरिष्ठ नागरिकों के लिए पांच साल की एक योजना है जिस पर 9.3 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। ब्याज से तिमाही आधार पर आय प्राप्त होती है। खाते खोलते वक्त ध्यान रखें कि व्यक्ति की उम्र उस तारीख तक 60 साल हो चुकी हो। इस योजना के तहत निवेश आयकर अधिनियम की धारा 80 सी के तहत लाभ प्राप्त करता है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट(NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट बिल्कुल फिक्सड डिपॉजिट की तरह है। पीपीएफ की तरह यहां भी ब्याज टैक्स फ्री होता है और रिटर्न लगभग उतना (8.5 फीसदी) मिलता है। ब्याज छमाही जुड़ता है। इस स्कीम में अब तक 5 साल के लॉक इन पीरियड के साथ 10 साल का एनएससी भी शुरू किया है, जिस पर ब्याज 8.8 फीसदी है।
टाइम डिपॉजिट स्कीम(TDS)
टाइम डिपॉजिट योजना पांच साल के लिए होती है। जिसे 200 रुपए से शुरू किया जाता है। पहले चार सालों तक ब्याज दर 8.4 प्रतिशत रहती है। जबकि पांचवें साल में ब्याज दर 8.5 प्रतिशत मिलती है। ब्याज वार्षिक रूप में मिलता है। लेकिन, तिमाही के आधार पर जोड़ा जाता है। योजना में मिलने वाला ब्याज बिल्कुल कर मुक्त है।
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