गुरुवार, 11 जून 2015

बस याद रखने होंगे जरूरी 8 नियम, सोशल मीडिया से भी कमा सकेंगे पैसा




नई दिल्ली. आज के समय में हर कारोबारी अपने बिजनेस को सोशल मीडिया मार्केटिंग का सपोर्ट देना चाहता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि इससे किसी भी बिजनेस का कस्टमर बेस तेजी से बढ़ता है और इससे पैसा कमाने का भी मौका मिलता है, लेकिन बिना किसी अनुभव के सोशल मीडिया मार्केटिंग एक चुनौती बन सकती है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप सोशल मीडिया मार्केटिंग के फंडामेंटल को समझें।
onlineeducationalsite.com आपको बता रहा है सोशल मीडिया मार्केटिंग के 8 ऐसे नियमों के बारे में, जो इसे समझने में आपकी मदद तो करेंगे ही, साथ ही आपका कस्टमर बेस भी बढ़ाएंगे।
आइए जानते हैं इन 8 नियमों के बार में-
1- सुनने का नियम
सोशल मीडिया और कंटेंट मार्केटिंग के लिए अधिक सुनने और कम बोलने की जरूरत होती है। अपने टारगेट ऑडिएंश के ऑनलाइन कंटेंट को ध्यान से पढ़ें। ऐसे ऑनलाइन डिस्कसन को ज्वाइन करें, जो आपके टारगेट ऑडिएंश के लिए जरूरी हैं। इनसे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि आपका टारगेट ऑडिएंश किस तरह की जानकारी या प्रोडक्ट में रुचि लेता है।

2- फोकस
सोशल मीडिया और कंटेंट मार्केटिंग में एक खास प्रोडक्ट या कंटेंट पर फोकस करना बहुत ही जरूरी है। एक से अधिक प्रोडक्ट या कंटेंट को ध्यान में रखकर की जाने वाली सोशल मीडिया और कंटेंट मार्केटिंग अधिक प्रभावी नहीं होती है। सोशल मीडिया और कंटेंट मार्केटिंग के लिए यह जरूरी है कि पहले अपने उद्देश्य को ध्यान में रखें और उसी हिसाब से स्ट्रेटेजी बनाएं, न कि एक ही स्ट्रेटेजी सभी प्रोडक्ट के लिए बनाएं।

3- क्वालिटी
क्वालिटी से ही क्वांटिटी आती है। सोशल मीडिया और कंटेंट मार्केटिंग में क्वालिटी का विशेष ध्यान रखना चाहिए। आपके कंटेट को अगर 1000 लोग पढ़ते हैं और उसे शेयर करने के साथ-साथ उसकी बातें करते हैं, तो ये उन 10,000 लोगों से अधिक अच्छे हैं, जो आपके कंटेंट को सिर्फ एक बार पढ़ते हैं और बिना शेयर किए ही चले जाते हैं और वापस नहीं आते।

4- धैर्य
सोशल मीडिया और कंटेंट मार्केटिंग रातों-रात सफल नहीं हो जाती। इसके लिए काफी अधिक धैर्य रखने की जरूरत है। इंटरनेट की दुनिया में लोग बहुत तेजी से एक वेबसाइट से दूसरी वेबसाइट पर जाते हैं, इसलिए अच्छा रिजल्ट आने में कुछ समय लग जाता है।

5- ऑडियंस से जुड़े रहने का नियम
अपने किसी भी कंटेंट को पब्लिश कर के गायब न हो जाएं। अपने दर्शकों से लगातार जुड़े रहें और उसे कुछ न कुछ नया देते रहें। इंटरनेट के यूजर्स को यदि कंटेंट लगातार नहीं मिलेगा, तो यह न भूलें कि आपका प्रतिद्वंदी आपके ऑडियंस से सिर्फ एक क्लिक दूर है।

6- प्रभावित करना
अपने मार्केट में ऐसे प्रभावी बिजनेस या लोगों को ढूंढ़ने में समय बिताएं, जिनके पास पहले से ही बहुत सारे क्वालिटी ऑडियंस हों और साथ ही जो आपके प्रोडक्ट, सर्विस या बिजनेस में अपनी रुचि दिखाते हों। ऐसे लोगों के साथ जुड़ें और अच्छे संबंध स्थापित करें। यदि आप ऐसा करने में सफल हो जाते हैं तो वे आपके कंटेंट को अपने फॉलोअर्स के बीच भी शेयर करेंगे। इससे आपका बिजनेस न केवल आपके अपने ऑडियंस तक सीमित रहेगा, बल्कि इससे आपके ऑडियंस काफी बढ़ जाएंगे।

7- वैल्यू
अगर आप इंटरनेट पर सीधे अपने प्रोडक्ट या सर्विस को प्रमोट करते रहेंगे तो लोगों का ध्यान आपके प्रोडक्ट या सर्विस से हट भी सकता है। ऐसे में अपने प्रोडक्ट या सर्विस में वैल्यू जोड़ने के साथ-साथ उसे लोगों के सामने लाने के तरीके में भी क्रिएटिविटी दिखानी चाहिए, ताकि आपके ऑडियंस की रुचि आपके प्रोडक्ट या सर्विस के लिए बनी रहे। यदि आपका कंटेंट अन्य लोगों के बहुत अच्छा और क्रिएटिव होगा तो आपके ऑडियंस खुद ही दूसरों से शेयर कर के और उसकी बातें करने आपके बिजनेस की पब्लिसिटी करने का काम करेंगे।

8- कंपाउंडिंग
अगर आप अपने टारगेट ऑडियंस के लिए एक शानदार और क्वालिटी कंटेंट पब्लिश करते हैं तो आपके ऑडियंस उसे न केवल पसंद करेंगे, बल्कि उसे ट्विटर, फेसबुक, लिंक्डइन और अपने ब्लॉग पर शेयर भी करेंगे। आपके कंटेंट की यह शेयरिगं और डिस्कशन गूगल जैसे सर्च इंजन पर अपनी जगह बनाने में खास भूमिका अदा करते हैं। इसकी वजह से आपका कंटेंट अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सकेगा और आपकी वेबसाइट के लिए ट्रैफिक लाने का काम करेगा।





कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें