Joramthanga – मिज़ोरम के पूर्व मुख्यमंत्री जोरमथंगा
जोरमथंगा का जीवन परिचय
मिजो नेशनल फ्रंट के अध्यक्ष और मिज़ोरम के पूर्व मुख्यमंत्री जोरमथंगा का जन्म 13 जुलाई, 1944 को समथंग, मिजोरम में हुआ था. जोरमथंगा ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा दक्षिण खौबंग और चंपाइ गांधी मेमोरियल हाई स्कूल से पूरी की. इसके बाद उन्होंने डी.एम. कॉलेज, मणिपुर से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की. इनके परिवार में पत्नी और दो बच्चे हैं.
जोरमथंगा का राजनैतिक सफर
1966 में मिज़ोरम उग्रवाद की शुरूआत के समय जोरमथंगा ने भी भूमिगत होकर इसमें भाग लेने के लिए जंगल में रहना शुरू कर दिया. उन्हें रंग बंग क्षेत्र का सचिव नियुक्त किया गया. वह इस पद पर तीन वर्षों तक रहे. 1969 में मिजोरम नेशनल फ्रंट के सभी कर्यकर्ता तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान चले गए तब जोरमथंगा को सचिव नियुक्त किया गया. इस पद पर वह सात वर्ष तक रहे. 1979 में जोरमथंगा को उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया. उग्रवाद के समय जोरमथंगा को सेना ने हिरासत में ले लिया. अंतरिम सरकार के अंतर्गत जोरमथंगा को मंत्री नियुक्त किया गया. 1987 में जब मिज़ोरम नेशनल फ्रंट का निर्माण हुआ तब संस्थापक लालडेंगा ने जोरमथंगा को वित्तीय और शैक्षिक विभाग प्रदान किए. 1990 में लालडेंगा की मृत्यु के पश्चात जोरमथंगा पार्टी के अध्यक्ष बने. 1999 में बहुमत के साथ जोरमथंगा मिजोरम के मुख्यमंत्री बनाए गए. वे 2004 में दोबारा मुख्यमंत्री बने लेकिन 2008 के चुनावों में असफल रहे.
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