निर्देश (1-10): नीचे दिए गए गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और उस पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए| कुछ शब्दों को मोटे अक्षरों में मुद्रित किया गया है, जिससे आपको कुछ प्रश्नों के उत्तर देने में सहायता मिलेगी| दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त का चयन कीजिये|
एक समय एक पश्चिमी वास्तुशिल्पी, जो समाज पर प्रोद्योगिकी के प्रभावों का अध्ययन करते थे, भारत आये| विद्वान् वी विचारधारा यह थी कि भवन-निर्माण में स्थानीय उपलब्ध साधनों का अधिक-से-अधिक तथा दूर से या विदेश से प्राप्त होने वाले साधनों का कम-से-कम उपयोग होना चाहिए| इससे समाज में गतिशीलता आएगी| उत्पादन में पूरे समाज की भी प्रतिभा का उपयोग होगा और रोजगार में स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक हिस्सा मिलेगा| हमारे पश्चिम प्रभावित वास्तुशिल्पी इस वास्तुशिल्पी से काफी हैरान हुए कि वह आधुनिक होकर भी ऐसी बातें करता है| उनमें से कुछ तो संशक हुए हो न हो कि इसमें हमें पिछड़ा बनाए रखने की कोई चाल है|
अतिथि ने पाया कि वह अजनबियों के बीच में घिर गया है, जबकि भारत जैसे ग्राम्न्य प्रधान समाज में उसके विचारों को सही ढंग से समझने लायक दिमाग होने चाहिए थे, परन्तु वास्तविकता यह थी कि दोनों के मन में अधुन्क्ता की अवधारणा को लेकर अंतर था| एक मानता था कि प्रोद्योगिकी का आविष्कार जिस समाज में होता है, वहां की न्याय एवं समता की आवश्यकता उस अविष्कार में प्रतिबिंबित होती है, वह प्रोद्योगिकी मनुष्य को कितना स्वतंत्र छोड़ती हैं, वह उन सामाजिक मान्यताओं पर निर्भर है जिनसे हम प्रोद्योगिकी का आविष्कार एवं चुनाव करते हैं| हामारे लोग यह मानते थे कि जो पश्चिम में हो चुका है, उसकी नक़ल ही आधुनिकता है| जहां तक स्थानीय साधनों से भवन-निर्माण का जो प्रश्न है, वे या तो गन्दी बस्तियों की कल्पना कर पाते थे, जहां शहरों में उच्छिष्ट लोहा-लंगड़ और गांव में बचे-खुचे खरपतवार को मिलाकर झोपड़ियां बनती हैं या फिर उन आलिशान महलों की जहां हस्तशिल्प के सुन्दर नमूनों को उनकी स्वाधीन आवश्यकता और उपयोग और शिल्पी के रोजगार से ही सन्दर्भ हीन करके सजाया जाता है|
1.निम्नलिखित में से कौन-सा कथन आधुनिकता की अवधारणा को लेकर अंतर में प्रयुक्त अंतर की भारतीय धारणा को स्पष्ट करता है?
(1)आधुनिक साजो-सामान से देश की उन्नति संभव है
(2)पश्चिम की नक़ल ही आधुनिकता है
(3)स्थानीय साधनों का प्रयोग पिछड़ापन है
(4)प्रोद्योगिकी के आविष्कार में सामाजिक न्याय एवं समता की आवश्यकता झलकती है|
(5)इनमें से कोई नहीं
2.गद्यांश के अनुसार पश्चिमी वास्तुशिल्पी भवन-निर्माण में आधुनिक साधनों के उपयोग पर देने क्या लाभ बताता है?
(1)नवीन समाज का निर्माण
(2)भारतीय वास्तुकला का निखार
(3)विदेशी मुद्रा की बचत
(4)उपलब्ध प्रतिभा का उपयोग
(5)इनमें से कोई नहीं
3.गद्यांश के अनुसार ‘समाज में गतिशीलता आएगी’ से क्या तात्पर्य है?
(1)समाज में शीघ्र परिवर्तन होंगे
(2)समाज का शीघ्र विकास होगा
(3)समाज में विदेशी साधनों का उपयोग होगा
(4)समाज की प्रतिभा का अधिक से अधिक एवं उसकी हिस्सेदारी होगी|
(5)इनमें से कोई नहीं
4.गद्यांश के आधार पर कौन-सा कथन सत्य है?
(1)स्थानीय साधनों के उपयोग से समाज में अधिक गतिशीलता आयेगी|
(2)विदेशी सामान के इस्तमाल पर अधिक बल दिया है|
(3)स्थनीय साधनों के प्रयोग से विकास की गति रूक जाएगी|
(4)पश्चिम की नक़ल से देश की उन्नति संभव है|
(5)इनमें से कोई नहीं
5.गद्यांश के अनुसार भारतीय लोग किन बातों को आधुनिकता मानते हैं?
(1)स्वदेश निर्मित सामन के प्रयोग को
(2)पश्चिम की अंधाधुंध नक़ल को
(3)महंगे सामन के प्रयोग को
(4)स्थानीय साधनों के प्रयोग को
(5)इनमें से कोई नहीं
6.इस गद्यांश के माध्यम से लेखक पश्चिमी शिल्पी की किस अवधारणा को प्रचारित करना चाहता है?
(1)वास्तुशिल्पी में महंगे से महंगा साधन प्रयुक्त करना चाहिए|
(2)स्थानीय उपलब्ध साधनों का भवन-निर्माण में अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए|
(3)पश्चिमी देशों की प्रगति का अंधानुकरण करना चाहिए|
(4)पाश्चात्य देश भारत को पिछड़ा बनाए रखना चाहते हैं|
(5)इनमें से कोई नहीं
निर्देश (7-10): निम्नलिखित में से कौन सा शब्द/वाक्यांश गद्यांश में छोटे अक्षरों में लिखे गए शब्द/वाक्यांश का समानार्थी है?
7.अवधारणा
(1)मान्यता
(2)धारिता
(3)अवरोहण
(4)अवरोध
(5)किंचित
8.अतिथि था
(1)एक वैज्ञानिक
(2)एक दार्शनिक
(3)एक वास्तुशिल्पी
(4)एक राजनीतिग्य
(5)इनमें से कोई नहीं
9.अतिथि ने आया कि वह अजनबियों से घिर गया है
(1)आधुनिकता सम्बन्धी विचार में अंतर होने के कारण
(2)पाश्चात्य विचारों को थोपने के कारण
(3)लोगों को तुच्छ समझने के कारण
(4)अपने को अधिक विद्वान समझने के कारण
(5)इनमें से कोई नहीं
10.आलीशन
(1)उच्छिष्ट
(2)आधुनिक
(3)वैभवपूर्ण
(4)विलासितापूर्ण
(5)इनमें से कोई नहीं
Courtesy-http://hindi.bankersadda.com
एक समय एक पश्चिमी वास्तुशिल्पी, जो समाज पर प्रोद्योगिकी के प्रभावों का अध्ययन करते थे, भारत आये| विद्वान् वी विचारधारा यह थी कि भवन-निर्माण में स्थानीय उपलब्ध साधनों का अधिक-से-अधिक तथा दूर से या विदेश से प्राप्त होने वाले साधनों का कम-से-कम उपयोग होना चाहिए| इससे समाज में गतिशीलता आएगी| उत्पादन में पूरे समाज की भी प्रतिभा का उपयोग होगा और रोजगार में स्थानीय लोगों को अधिक से अधिक हिस्सा मिलेगा| हमारे पश्चिम प्रभावित वास्तुशिल्पी इस वास्तुशिल्पी से काफी हैरान हुए कि वह आधुनिक होकर भी ऐसी बातें करता है| उनमें से कुछ तो संशक हुए हो न हो कि इसमें हमें पिछड़ा बनाए रखने की कोई चाल है|
अतिथि ने पाया कि वह अजनबियों के बीच में घिर गया है, जबकि भारत जैसे ग्राम्न्य प्रधान समाज में उसके विचारों को सही ढंग से समझने लायक दिमाग होने चाहिए थे, परन्तु वास्तविकता यह थी कि दोनों के मन में अधुन्क्ता की अवधारणा को लेकर अंतर था| एक मानता था कि प्रोद्योगिकी का आविष्कार जिस समाज में होता है, वहां की न्याय एवं समता की आवश्यकता उस अविष्कार में प्रतिबिंबित होती है, वह प्रोद्योगिकी मनुष्य को कितना स्वतंत्र छोड़ती हैं, वह उन सामाजिक मान्यताओं पर निर्भर है जिनसे हम प्रोद्योगिकी का आविष्कार एवं चुनाव करते हैं| हामारे लोग यह मानते थे कि जो पश्चिम में हो चुका है, उसकी नक़ल ही आधुनिकता है| जहां तक स्थानीय साधनों से भवन-निर्माण का जो प्रश्न है, वे या तो गन्दी बस्तियों की कल्पना कर पाते थे, जहां शहरों में उच्छिष्ट लोहा-लंगड़ और गांव में बचे-खुचे खरपतवार को मिलाकर झोपड़ियां बनती हैं या फिर उन आलिशान महलों की जहां हस्तशिल्प के सुन्दर नमूनों को उनकी स्वाधीन आवश्यकता और उपयोग और शिल्पी के रोजगार से ही सन्दर्भ हीन करके सजाया जाता है|
1.निम्नलिखित में से कौन-सा कथन आधुनिकता की अवधारणा को लेकर अंतर में प्रयुक्त अंतर की भारतीय धारणा को स्पष्ट करता है?
(1)आधुनिक साजो-सामान से देश की उन्नति संभव है
(2)पश्चिम की नक़ल ही आधुनिकता है
(3)स्थानीय साधनों का प्रयोग पिछड़ापन है
(4)प्रोद्योगिकी के आविष्कार में सामाजिक न्याय एवं समता की आवश्यकता झलकती है|
(5)इनमें से कोई नहीं
2.गद्यांश के अनुसार पश्चिमी वास्तुशिल्पी भवन-निर्माण में आधुनिक साधनों के उपयोग पर देने क्या लाभ बताता है?
(1)नवीन समाज का निर्माण
(2)भारतीय वास्तुकला का निखार
(3)विदेशी मुद्रा की बचत
(4)उपलब्ध प्रतिभा का उपयोग
(5)इनमें से कोई नहीं
3.गद्यांश के अनुसार ‘समाज में गतिशीलता आएगी’ से क्या तात्पर्य है?
(1)समाज में शीघ्र परिवर्तन होंगे
(2)समाज का शीघ्र विकास होगा
(3)समाज में विदेशी साधनों का उपयोग होगा
(4)समाज की प्रतिभा का अधिक से अधिक एवं उसकी हिस्सेदारी होगी|
(5)इनमें से कोई नहीं
4.गद्यांश के आधार पर कौन-सा कथन सत्य है?
(1)स्थानीय साधनों के उपयोग से समाज में अधिक गतिशीलता आयेगी|
(2)विदेशी सामान के इस्तमाल पर अधिक बल दिया है|
(3)स्थनीय साधनों के प्रयोग से विकास की गति रूक जाएगी|
(4)पश्चिम की नक़ल से देश की उन्नति संभव है|
(5)इनमें से कोई नहीं
5.गद्यांश के अनुसार भारतीय लोग किन बातों को आधुनिकता मानते हैं?
(1)स्वदेश निर्मित सामन के प्रयोग को
(2)पश्चिम की अंधाधुंध नक़ल को
(3)महंगे सामन के प्रयोग को
(4)स्थानीय साधनों के प्रयोग को
(5)इनमें से कोई नहीं
6.इस गद्यांश के माध्यम से लेखक पश्चिमी शिल्पी की किस अवधारणा को प्रचारित करना चाहता है?
(1)वास्तुशिल्पी में महंगे से महंगा साधन प्रयुक्त करना चाहिए|
(2)स्थानीय उपलब्ध साधनों का भवन-निर्माण में अधिकाधिक उपयोग करना चाहिए|
(3)पश्चिमी देशों की प्रगति का अंधानुकरण करना चाहिए|
(4)पाश्चात्य देश भारत को पिछड़ा बनाए रखना चाहते हैं|
(5)इनमें से कोई नहीं
निर्देश (7-10): निम्नलिखित में से कौन सा शब्द/वाक्यांश गद्यांश में छोटे अक्षरों में लिखे गए शब्द/वाक्यांश का समानार्थी है?
7.अवधारणा
(1)मान्यता
(2)धारिता
(3)अवरोहण
(4)अवरोध
(5)किंचित
8.अतिथि था
(1)एक वैज्ञानिक
(2)एक दार्शनिक
(3)एक वास्तुशिल्पी
(4)एक राजनीतिग्य
(5)इनमें से कोई नहीं
9.अतिथि ने आया कि वह अजनबियों से घिर गया है
(1)आधुनिकता सम्बन्धी विचार में अंतर होने के कारण
(2)पाश्चात्य विचारों को थोपने के कारण
(3)लोगों को तुच्छ समझने के कारण
(4)अपने को अधिक विद्वान समझने के कारण
(5)इनमें से कोई नहीं
10.आलीशन
(1)उच्छिष्ट
(2)आधुनिक
(3)वैभवपूर्ण
(4)विलासितापूर्ण
(5)इनमें से कोई नहीं
Courtesy-http://hindi.bankersadda.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें