क्या है व्यापम घोटाला -
उच्च शिक्षा मंत्री के तहत काम करने वाला व्यावसायिक परीक्षा मंडल मेडिकल, इंजीनियरिंग और दूसरीव्यावसायिक पढ़ाई के साथ सरकारी नौकरियों के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने और छात्रों के चयन का काम करता है| व्यापम घोटाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है| पहला तो ये कि मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षाओं में धांधली हुई है| वहीं दूसरा सरकारी नौकरियों के लिए हुई परीक्षाओं में भी गड़बड़ी करके नाकाबिल लोगों को नौकरी दी गई है|
व्यापम की तमाम भर्तियों में से करीब 1000 भर्तियों को संदिग्ध माना गया है। इन संदिग्ध भर्तियों की जांच की जा रही है।
व्यापम मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के अधीन होने के कारण लक्ष्मीकांत शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है| साथ ही घोटाले के कर्ताधर्ता उनके ओएसडी ओ पी शुक्ला, व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, ऑनलाइन विभाग के सर्वेसर्वा नितिन महिंद्रा पर भी शिकंजा कसा जा चुका है| इनकी ही मिलीभगत से भर्ती घोटाले का खेल चल रहा था|
आरोप है कि सिफारिश करने वालों में राज्यपाल रामनरेश यादव, उनके बेटे शैलेश यादव, ओएसडी धनराज यादव, केंद्रीय मंत्री उमा भारती से लेकर संघ के सुरेश सोनी, केसी सुदर्शन और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं|
इस घोटाले से सबसे पहले पर्दा तब उठा जब 7 जुलाई, 2013 को मध्य प्रदेश के इंदौर में पीएमटी की प्रवेश परीक्षा में कुछ छात्र फर्जी नाम पर परीक्षा देते पकड़े गए।
2008 से 2010 के बीच सरकारी नौकरियों के 10 इम्तिहानों में धांधली का भी आरोप है|
व्यापम से जुड़े अन्य तथ्य
- व्यापम घोटाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है| पहला तो ये कि मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षाओं में धांधली हुई, वहीं दूसरा सरकारी नौकरियों के लिए हुई परीक्षाओं में भी गड़बड़ी करके नाकाबिल लोगों को नौकरी दी गई|
- व्यापम घोटाले में आरोप है कि कंप्यूटर सूची में हेराफेरी करके अनुचित तरीके से नाकाबिल लोगों को भर्ती कराया गया।
- इसके माध्यम से संविदा शिक्षक वर्ग-1 और वर्ग-2 के अलावा कांस्टेबल, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी व नापतौल निरीक्षक आदि की भर्तियां की गईं।
व्यापम की तमाम भर्तियों में से करीब 1000 भर्तियों को संदिग्ध माना गया है। इन संदिग्ध भर्तियों की जांच की जा रही है।
- IPS अधिकारी व DIG आरके शिवहरे को गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि अपनी बेटी नेहा को प्री-पीजी मेडिकल में अनुचित तरीके से भर्ती कराया था।
- अब तक पीएमटी परीक्षा में भर्तियों के मामले में अरबिंदो मेडिकल कॉलेज के विनोद भंडारी आदि को गिरफ्तार किया जा चुका है।
- उसका तर्क है कि जब लोग जांच के घेरे में होते हैं तो तनाव या डर के मारे खुदकुशी कर सकते हैं। ऐसे कई रिकॉर्ड STD ने SIT को सौंपे हैं जिनसे ये साफ होता है कि कई लोगों के नाम जांच के दौरान आए, उनकी एफआईआर दर्ज होने से पहले ही मौत हो चुकी है।
रहस्यमयी मौत
इस बीच घोटाले से जुडे आरोपियों की संदिग्ध मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया| एमपी के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश यादव की भी 24 मार्च को लखनऊ में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी|
अब तक 33 ऐसी मौतें हुई है जो सीधे व्यापम घोटाले से जुड़ी हुई हैं लेकिन 12 मौत का कनेक्शन व्यापम से जुड़ा है या नहीं, इसकी जांच हो रही है|
टीकमगढ़ के ओरछा में तैनात कांस्टेबल रमाकांत पांडेय का शव मिला है| ओरछा के टूरिस्ट आउट पोस्ट में पंखे से लटकता शव मिला है| इस घोटाले के केस में पिछले दिनों STF ने उनसे पूछताछ की थी| एसपी के मुताबिक पांडे को शराब पीने की लत थी|
रमाकांत पांडेय की मौत व्यापम की 46वीं मौत हो सकती है| सोमवार को व्यापम घोटाले में व्यापम के जरिए भर्ती हुई महिला ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अनामिका की संदिग्ध मौत हुई थी, जबकि रविवार को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की दिल्ली के रिसॉर्ट में मौत हो गई थी|
व्यापम के अंतर्गत कॉन्स्टेबल भर्ती के गवाह संजय सिंह की मौत का खुलासा हुआ है. कॉन्स्टेबल संजय सिंह की मौत दो महीने पहले हमीरपुर में हुई थी, लेकिन उनकी मौत की जानकारी अब मिल सकी है.
सिंह 'कॉन्स्टेबल भर्ती' के अहम गवाह थे| शुरुआती जानकारी के मुताबिक, संजय सिंह की मौत बीमारी की वजह से हुई|
कार्यवाई
मामले की जांच कर रही एसटीएफ की निगरानी के लिए हाईकोर्ट ने एसआईटी बनाई है| कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग कर रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले की जांच शुरू कराने का श्रेय खुद को देते हैं| जबकि कांग्रेस घोटाले का आरोप मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर लगा चुकी है|
सीबीआई आज से व्यापम घोटाले की जांच करेगी. सीबीआई टीम आज भोपाल पहुंचकर एसआईटी से केस डायरी अपने जिम्मे ले लेगी. व्यापम घोटाले की जांच के लिए सीबीआई ने 40 अफसरों की टीम बनाई है.
उच्च शिक्षा मंत्री के तहत काम करने वाला व्यावसायिक परीक्षा मंडल मेडिकल, इंजीनियरिंग और दूसरीव्यावसायिक पढ़ाई के साथ सरकारी नौकरियों के लिए प्रवेश परीक्षाएं करवाने और छात्रों के चयन का काम करता है| व्यापम घोटाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है| पहला तो ये कि मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षाओं में धांधली हुई है| वहीं दूसरा सरकारी नौकरियों के लिए हुई परीक्षाओं में भी गड़बड़ी करके नाकाबिल लोगों को नौकरी दी गई है|
व्यापम की तमाम भर्तियों में से करीब 1000 भर्तियों को संदिग्ध माना गया है। इन संदिग्ध भर्तियों की जांच की जा रही है।
व्यापम मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के अधीन होने के कारण लक्ष्मीकांत शर्मा को गिरफ्तार किया जा चुका है| साथ ही घोटाले के कर्ताधर्ता उनके ओएसडी ओ पी शुक्ला, व्यावसायिक परीक्षा मंडल के नियंत्रक पंकज त्रिवेदी, ऑनलाइन विभाग के सर्वेसर्वा नितिन महिंद्रा पर भी शिकंजा कसा जा चुका है| इनकी ही मिलीभगत से भर्ती घोटाले का खेल चल रहा था|
आरोप है कि सिफारिश करने वालों में राज्यपाल रामनरेश यादव, उनके बेटे शैलेश यादव, ओएसडी धनराज यादव, केंद्रीय मंत्री उमा भारती से लेकर संघ के सुरेश सोनी, केसी सुदर्शन और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हैं|
इस घोटाले से सबसे पहले पर्दा तब उठा जब 7 जुलाई, 2013 को मध्य प्रदेश के इंदौर में पीएमटी की प्रवेश परीक्षा में कुछ छात्र फर्जी नाम पर परीक्षा देते पकड़े गए।
2008 से 2010 के बीच सरकारी नौकरियों के 10 इम्तिहानों में धांधली का भी आरोप है|
व्यापम से जुड़े अन्य तथ्य
- व्यापम घोटाला दो हिस्सों में बंटा हुआ है| पहला तो ये कि मेडिकल और इंजीनियरिंग जैसी प्रवेश परीक्षाओं में धांधली हुई, वहीं दूसरा सरकारी नौकरियों के लिए हुई परीक्षाओं में भी गड़बड़ी करके नाकाबिल लोगों को नौकरी दी गई|
- व्यापम घोटाले में आरोप है कि कंप्यूटर सूची में हेराफेरी करके अनुचित तरीके से नाकाबिल लोगों को भर्ती कराया गया।
- इसके माध्यम से संविदा शिक्षक वर्ग-1 और वर्ग-2 के अलावा कांस्टेबल, कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी व नापतौल निरीक्षक आदि की भर्तियां की गईं।
व्यापम की तमाम भर्तियों में से करीब 1000 भर्तियों को संदिग्ध माना गया है। इन संदिग्ध भर्तियों की जांच की जा रही है।
- IPS अधिकारी व DIG आरके शिवहरे को गिरफ्तार किया गया है। उन पर आरोप है कि अपनी बेटी नेहा को प्री-पीजी मेडिकल में अनुचित तरीके से भर्ती कराया था।
- अब तक पीएमटी परीक्षा में भर्तियों के मामले में अरबिंदो मेडिकल कॉलेज के विनोद भंडारी आदि को गिरफ्तार किया जा चुका है।
- उसका तर्क है कि जब लोग जांच के घेरे में होते हैं तो तनाव या डर के मारे खुदकुशी कर सकते हैं। ऐसे कई रिकॉर्ड STD ने SIT को सौंपे हैं जिनसे ये साफ होता है कि कई लोगों के नाम जांच के दौरान आए, उनकी एफआईआर दर्ज होने से पहले ही मौत हो चुकी है।
रहस्यमयी मौत
इस बीच घोटाले से जुडे आरोपियों की संदिग्ध मौत का सिलसिला भी शुरू हो गया| एमपी के राज्यपाल रामनरेश यादव के बेटे शैलेश यादव की भी 24 मार्च को लखनऊ में संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी|
अब तक 33 ऐसी मौतें हुई है जो सीधे व्यापम घोटाले से जुड़ी हुई हैं लेकिन 12 मौत का कनेक्शन व्यापम से जुड़ा है या नहीं, इसकी जांच हो रही है|
टीकमगढ़ के ओरछा में तैनात कांस्टेबल रमाकांत पांडेय का शव मिला है| ओरछा के टूरिस्ट आउट पोस्ट में पंखे से लटकता शव मिला है| इस घोटाले के केस में पिछले दिनों STF ने उनसे पूछताछ की थी| एसपी के मुताबिक पांडे को शराब पीने की लत थी|
रमाकांत पांडेय की मौत व्यापम की 46वीं मौत हो सकती है| सोमवार को व्यापम घोटाले में व्यापम के जरिए भर्ती हुई महिला ट्रेनी सब-इंस्पेक्टर अनामिका की संदिग्ध मौत हुई थी, जबकि रविवार को जबलपुर मेडिकल कॉलेज के डीन अरुण शर्मा की दिल्ली के रिसॉर्ट में मौत हो गई थी|
व्यापम के अंतर्गत कॉन्स्टेबल भर्ती के गवाह संजय सिंह की मौत का खुलासा हुआ है. कॉन्स्टेबल संजय सिंह की मौत दो महीने पहले हमीरपुर में हुई थी, लेकिन उनकी मौत की जानकारी अब मिल सकी है.
सिंह 'कॉन्स्टेबल भर्ती' के अहम गवाह थे| शुरुआती जानकारी के मुताबिक, संजय सिंह की मौत बीमारी की वजह से हुई|
कार्यवाई
मामले की जांच कर रही एसटीएफ की निगरानी के लिए हाईकोर्ट ने एसआईटी बनाई है| कांग्रेस सीबीआई जांच की मांग कर रही है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इस मामले की जांच शुरू कराने का श्रेय खुद को देते हैं| जबकि कांग्रेस घोटाले का आरोप मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर लगा चुकी है|
सीबीआई आज से व्यापम घोटाले की जांच करेगी. सीबीआई टीम आज भोपाल पहुंचकर एसआईटी से केस डायरी अपने जिम्मे ले लेगी. व्यापम घोटाले की जांच के लिए सीबीआई ने 40 अफसरों की टीम बनाई है.
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